फोटो-पलवल में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित समारोह को संबोधित करते जिलाध्यक्ष नेत्रपाल अधाना।
जिला कांग्रेस कमेटी पलवल के तत्वावधान में संविधान दिवस कार्यक्रम आयोजित
देशपाल सौरोत/ब्यूरो रिपोर्ट
पलवल, 26 नवंबर। जिला कांग्रेस कमेटी पलवल के तत्वावधान में बुधवार को ओमेक्स सिटी स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय पर संविधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी पलवल के जिला अध्यक्ष नेत्रपाल अधाना ने की जबकि इस मौके पर काफी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे। समारोह में संविधान की रक्षा और वोट की पवित्रता को बचाने का संकल्प भी लिया गया। इस मौके पर संविधान की रक्षा और वोट की पवित्रता को बचाने का संकल्प भी लिया गया।
भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियां संविधान की भावना को कर रहीं कमजोर: नेत्रपाल अधाना
इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष नेत्रपाल अधाना ने कहा कि भारतीय संविधान लोकतंत्र की आत्मा है, लेकिन भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियां लगातार संविधान की भावना को कमजोर कर रही हैं। संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता कमजोर हो रही है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगातार प्रहार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी सत्ता नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनकी इस लड़ाई में हम सभी को एकजुट होकर पूरी मजबूती से खड़ा होना है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ बी.आर. अंबेडकर और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा बनाए गए संविधान के साथ कांग्रेस किसी भी सूरत में छेड़छाड़ और बदलाव नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भाजपा के निरंकुश और तानाशाही शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस का इतिहास झुकने का नहीं, बल्कि लडने का रहा है। इसलिए वोट चोरी की लड़ाई को हर गांव, हर बूथ और हर घर तक लेकर जाना है, ताकि जनता भाजपा की सच्चाई समझ सके। उन्होंने कहा कि वोट चोरी की घटनाएं जनता के अधिकारों का अपहरण करने की यह मानसिकता सीधे-सीधे संविधान और लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा, लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती और जनता के अधिकारों की सुरक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करती रहेगी।
ये भी रहे मुख्यरूप से मौजूद
इस मौके पर सुरजीत सौरोत, पूर्व पार्षद भूपेंद्र नौहवार, पूर्व प्रदेश सचिव संतराम मेघवाल, राहित खान, सतीश मंडोतिया, डॉ. वीरेंद्र तेवतिया, बॉबी पार्षद, सुखबीर फौजी, वेदप्रकाश, ओमप्रकाश बघेल, असगर हुसैन, रमेश खटाना, मनोज सेलौटी, धर्मपाल पोसवाल, अजीराम पोसवाल, बदन सिंह, होराम कसाना, नेत्रपाल पटवारी, नरेंद्र चेची, अशोक मुनीरगढ़ी, रोहित पायला आदि अनेकों कार्यकर्ता मुख्य रूप से मौजूद रहे।

