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देवा बॉक्सिग क्लब पलवल के 2 बच्चों ने स्टेट चेम्पियनशिप में जीते मैडल

प्रसिद्ध बॉक्सिंग कोच प्रियंका तेवतिया के शिष्य हैं दोनोंं विजेता बॉक्सर

देशपाल सौरोत की रिर्पोट
पलवल,26 अप्रैल। हरियाणा बॉक्सिंग संघ के संयोजन में फतेहाबाद में आयोजित सब-जूनियर लडका-लडकी की स्टेट चेयम्पियनशिप में बॉक्सिंग की नेशनल खिलाडी एवं प्रसिद्ध कोच प्रियंका तेवतिया के देवा बॉक्सिंग क्लब के 2 बच्चों ने मैडल प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है। इस प्रतियोगिता के 35 किलोभार में रुद्र तनवर ने ब्राउंज मैडल व 58 किलो भार वर्ग में कृष शिशोदिया ने सिलवर मैडल जीता है।
पलवल पहुंचने पर बच्चों का हुआ जोरदार स्वागत
मंगलवार को दोनों बच्चों के पलवल पहुंचने पर देवा बॉक्सिंग क्लब की ओर से कोच प्रियंका तेवतिया व जिले के बॉक्सिंग प्रेमियों ने बच्चों का फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया। इस दौरान प्रियंका ने स्वयं अपने हाथों से बच्चों को मिठाई खिलाकर उनका उत्साहवर्धन कर खुशी का इजहार किया।
प्रतियोगिता में 22 जिलों के 750 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया था हिस्सा
देवा बॉक्सिंग क्लब पलवल की संचालक कोच प्रियंका तेवतिया ने बताया कि हरियाणा बॉक्सिंग संघ की ओर से फतेहाबाद में आयोजित स्टेट लेबल की इस प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी 22 जिलों के 750 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया। जिसमें पलवल, फरीदाबाद व मेवात जिले के बच्चों ने भी हिस्सा लिया, लेकिन तीनों जिलों में केवल पलवल के देवा बॉक्सिंग क्लब के 2 बच्चों ने मैडल जीतकर जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि 35 किलोभार में रुद्र तनवर ने ब्राउंज व 58 किलो भार में कृष शिशोदिया ने सिलवर मैडल लेकर जिले का नाम रोशन किया। इसके अलावा क्लब के खिलाड़ी देवा चौधरी, अथर्व चौधरी, परी कुंतल, ज्योति तेवतिया व राशी तेवतिया ने हिस्सा लिया।
बच्चों में प्रतिभा को निखारना ही उनका मुख्य लक्ष्य: प्रियंका तेवतिया
देवा बॉक्सिंग क्लब पलवल की संचालक कोच प्रियंका तेवतिया ने बताया कि ग्रामीण प्रष्ठभूमि के इस जिला के बच्चों में प्रतिभा को निखारना ही उनका मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने गेम में पूर्ण रूप से दक्ष करने के लिए वह पूरी वफादारी के साथ बच्चों पर मेहनत कर रही है। बॉक्सिंग में बच्चों को नई एवं आधुनिक टैक्रीक सिखाकर उन्हें खेलों के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्हें विश्वास है कि यहां के बच्चे एकदिन ओलंपिक में मैडल जीतेंगे क्योंकि यहां के बच्चों में टेलेंट की कमी नहीं है बस जरूरत है तो उसे निखारने की।
कोच प्रियंका तेवतिया की कडी मेहनत का परिणाम: विजेता बच्चे
विजेता खिलाडियों ने बताया कि उन्होंने पहली बार प्रदेश स्तर की किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और मैडल हासिल किया। इसका श्रेय बच्चों ने अपनी कोच प्रियंका तेवतिया को दिया। बच्चों का कहना है कि अब उनका लक्ष्य केवल ओलंपिक में मैडल जीतकर देश, प्रदेश व जिले का नाम रोशन करना है।

 

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