
फोटो-डीपीएस बल्लभगढ़ के वार्षिक उत्सव में अपनी कविताओं से लोट-पोट करते प्रसिद्व कवि दिनेश रघुवंशी।
देशपाल सौरोत की रिपोर्ट
पलवल,10 दिसंबर। पलवल-बल्लभगढ-दिल्ली नेशनल हाईवे सीकरी-कैली स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल बल्लभगढ़ के वार्षिक उत्सव में आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने जमकर जमकर समां बांधा। इस कवि सम्मेलन में देश के चोटी के नामी कवियों ने जहां आज के हालातों पर खुलकर व्यंग कसा वहीं बच्चों में देशभक्ति व संस्कारों पर आधारित अपनी कविताओं से उनमें देशभक्ति का जज्बा जगा दिया। सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्जवलित कर शुरू हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के प्रो. वाईस चेयरमैन एसपी लाल ने की जबकि संयोजन प्रधानाचार्या डॉ. आरती अनिल लावंड ने किया वहीं कवि सम्मेलन का संचालन देश-विदेश में विख्यात कवि दिनेश रघुवंशी ने बडे ही शायराना अंदाज में किया तो कॉमेडियन विनोद पाल ने अपनी कॉमेडी के जरिए मौजूद श्रोताओं को लोट-पोट कर दिया, वहीं हरियाणवी कवि अनिल अग्रवंशी की हास्य कविताओं ने सभी को खूब गुदगुदाया। प्रसिद्ध कवियत्री मुमताज नसीम की कविताओं एवं गजलों ने भी बहुत ही खूबसूरत समां बांध दिया तो वहीं डॉ. प्रवीण शुक्ला की कविताओं में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के नाम कई खूबसूरत संदेश देकर आज के हालातों पर जमकर व्यंग कसे। इस कार्यक्रम में स्कूल के बच्चों ने भी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा की अदभुत छठा बिखेरी। कार्यक्रम में काफी संख्या में बच्चों के अभिभावक भी मौजूद रहे।
कवि सम्मेलन में देश-विदेश में विख्यात अंतराष्ट्रीय कवि दिनेश रघुवंशी ने आज के आधुनिक युग की चकाचौंध में मदमस्त संतान पर कुछ इस तरह से अपनी कविताओं से चोट की।
‘‘मेरी आंखों का तारा ही मुझे आखें दिखाता है, जिसे हर एक खुशी दे दी वही हर गम से मिलाता है। जुबां से किसे कहुं, कैसे कहुं, सिखाया बोलना जिसको-वही आज चुप रहना सिखाता है। सुनाई लोरियां जिसको-वहीं आज ताना सुनाता है और जिसे गिनती सिखाई, वहीं गलतियां मेरी गिनाता है..
वहीं उन्होंने किसानों को समर्पित अपनी कविता को कुछ इस प्रकार पढा।
बडे लोगों की औलादें तो कैंडल मार्च करतीं हैं, जो अपने प्राण देते हैं वो बेटे किसानों के। हमेशा तन गए जो-तोपों के दहानों के, कोई कीमत नहीं होती क्या-प्राणों की जवानों के..
इसके अलावा प्रसिद्ध कवि डॉ. प्रवीण शुक्ला की कविता आदमी चपरासी और नाम प्राण नाथ ने भी श्रोताओं को हंसा-हसांकर लोटपोट कर दिया तो नेताओं पर व्यंग कसते हुए कुछ इस प्रकार अपनी कविता सुनाई,
”श्री राहुल गांधी- गांडी पिकअप ही नहीं ले रही, नरेन्द्र मोदी- गाडी कुछ ज्यादा ही पिकअप ले रही है। अरविंद केजरीवाल-पट्रोल की टंकी में पानी भरा हुआ है। सोनिया गांधी- गाडी विदेशी है खराबी समझ ही नहीं आ रही, ममता बनर्जी-गाडी स्टार्ट होते ही गर्म हो जाती है’‘ वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व विपक्ष पर आज के हालातों को कुछ इस प्रकार अपनी कविता से बयां किय
”मोदी जी की टक्कर का नेता कहां से लाओगे, मोदी जी की जब हवा चले तो भीतर-भीतर रोते है”
वहीं विश्व विख्याम कवियत्री मुमताज नसीम ने प्रेमरस की कविता कुछ इस तरह से पढीं
”मेरा दिल ही रखने को कह दे तू-तुझे मेरी बात कुबुल है, तेरी शेरवानी मैं टांग दूं-मेरे हाथ में जो ये फूल है”।
प्रधानाचार्या डॉ. आरती अनिल लावंड ने जताया सभी का आभार
इस अवसर पर प्रधानाचार्या डॉ. आरती अनिल लावंड ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों का सर्वांगीण विकास ही उनके स्कूल का मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने अभिभावकों को बधाई देते हुए बताया कि कैम्ब्रिज इंटरनेशनल (आईजीसीएसई) बोर्ड ने भी अब उनके इस स्कूल को मान्यता प्राप्त कर दी है, जो एक बडी उपब्धि है। कार्यक्रम में अंत में विशिष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र एवं छात्राओं को सम्मानित किया गया।


