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विभाजन में जख्मी हुई थी इंसानियत, 75 साल बाद मिला न्याय: स्वामी धर्म देव

पलवल मेें आयोजित विभाजन विभीषिका समृति समारोह पहुंचे स्वामी धर्म देव, विधायक सीमा त्रिखा, दीपक मंगला, सुभाष सुधा व पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर

देशपाल सौरोत की रिपोर्ट
पलवल,7 अगस्त। अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के राष्ट्रीय संयोजक महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कहा है कि 1947 में देश की आजादी के समय विभाजन के दौरान हुई विभीषिका में जान गंवाने वाले पंजाबियों का नाम हमेशा इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित रहेगा। स्वामी धर्मदेव ने कहा कि विभाजन के दौरान पंजाबी समुदाय ने देश व धर्म की रक्षा के लिए तथा अपनी आन-बान-शान को बरकरार रखने के लिए जीवन की सबसे बड़ी कुर्बानी दी । वे रविवार को पलवल की पंजाबी धर्मशाला में विभाजन विभीषिका समृति समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री सुभाष कत्याल के सुपुत्र राजीव कत्याल ने किया।
ये रहे मुख्यरूप से मौजूद
समारोह में हरियाणा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व विभाजन विभीषिका स्मृति समिति के प्रदेश संयोजक मनीष ग्रोवर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। वहीं बडख़ल की विधायक सीमा त्रिखा, पलवल के विधायक दीपक मंगला, थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, पूर्व कैबिनेट मंत्री सुभाष कत्याल, भाजपा जिलाध्यक्ष चरण सिंह तेवतिया व नगर परिषद पलवल के चेयरमैन डॉ. यशपाल बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
जो त्रासदी पंजाबी समुदाय के लोगों ने झेली, उसका शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता: धर्मदेव
स्वामी धर्मदेव ने कहा कि देश का विभाजन सदियों की सबसे बड़ी विभीषिका के रूप में इतिहास के पन्नों में दर्ज रहेगा। उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान जो त्रासदी पंजाबी समुदाय के लोगों ने झेली, उसका शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता । उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान बड़ा दंश झेलने वाले पंजाबी समुदाय को दशकों तक वह मान सम्मान नहीं मिला, जिस की दरकार थी। पंचनद स्मारक समिति लंबे समय से विभाजन की त्रासदी झेलने वाले पंजाबी समुदाय के मान सम्मान के लिए संघर्षरत थी, जिसका की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संज्ञान लिया व 14 अगस्त को विभाजन विभिषीका स्मृति दिवस के नाम पर मनाने का ऐलान कर विभाजन की त्रासदी झेलने वाले लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का काम किया । स्वामी धर्मदेव ने 14 अगस्त को कुरुक्षेत्र में आयोजित होने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस में आमंत्रण देते हुए लोगों से कहा कि अपने पुरखों को याद करना व उनकी शहादत को नमन करना सबसे बड़ा कार्य है तथा पलवल के लोगों को कुरुक्षेत्र के आयोजन में अपनी संपूर्ण भागीदारी कर उस कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए।
भविष्य में ना हो कभी ऐसी विभीषिका की पुनरावृति: सीमा त्रिखा
समारोह में बडख़ल की विधायक सीमा त्रिखा ने कहा कि विभाजन के दौरान विस्थापित लोगों की यादें आज भी रोंगटे खड़ी कर सकती है। सीमा त्रिखा ने कहा कि पंजाबी समुदाय ने जहां मेहनत और मशक्कत के दम पर अपने मुकद्दरों को बदलने का काम किया, वहीं देश और धर्म की रक्षा के लिए अपनी महती भूमिका का निर्वहन किया। उन्होंने मंच से एक डॉक्यूमेंट्री ऑडियो के द्वारा विभाजन की विभीषिका का बाखूबी वर्णन भी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री मनोहरलाल के यशस्वी नेतृत्व में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का ऐलान एक ऐतिहासिक व सर्वोच्च सौगात है। उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान जो त्रासदी पंजाबी समुदाय के लोगों ने झेली, उसका शब्दों में बखान नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान बड़ा दंश झेलने वाले पंजाबी समुदाय को दशकों तक वह मान सम्मान नहीं मिला, जिस की दरकार थी। उन्होंने कहा कि पंजाबी पुरुषार्थी समाज है और वह अपने पुरुषार्थ से जहां अपना गुजर बसर करेगा वही देश का मान भी बढ़ाएगा।
पंजाबी समुदाय ने सिखाई संघर्ष की राह: दीपक मंगला
पलवल के विधायक दीपक मंगला ने कहा कि विभाजन के समय जहां पंजाबी समुदाय ने अपने देश व धर्म की रक्षा के लिए जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया, तो वहीं आज 36 बिरादरी के लोगों के साथ मिलकर देश के विकास की नई इबारत लिख रहा है तथा पंजाबी समुदाय ने संघर्ष की राह सिखाई है।
पंजाबी समुदाय ने जो पीड़ा झेली आज उसको पूरा विश्व महसूस कर रहा है: मनीष ग्रोवर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि विभाजन के दौरान पंजाबी समुदाय ने जो पीड़ा झेली आज उसको पूरा विश्व महसूस कर रहा है। ग्रोवर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के यशस्वी नेतृत्व में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का ऐलान एक ऐतिहासिक व सर्वोच्च सौगात है। ग्रोवर ने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर कुरुक्षेत्र में ऐतिहासिक आयोजन होगा जिसमें लाखों लोग अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे
पंचनद स्मारक समिति जिस शुभ कार्य के लिए लंबे समय से संघर्षरत थी वह कार्य मोदी व मनोहरलाल की दूरगामी सोच के साथ संभव हुआ: सुभाष सुधा
स्मारक समिति के प्रदेश अध्यक्ष व थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी के नेतृत्व में पंचनद स्मारक समिति जिस शुभ कार्य के लिए लंबे समय से संघर्षरत थी वह कार्य प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कुशल के कुशल नेतृत्व व दूरगामी सोच के साथ संभव हुआ है ।
सुभाष कत्याल ने किया सभी का आभार व्यक्त
पूर्व मंत्री सुभाष कत्याल ने अपने संबोधन में सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विभाजन के समय पंजाबी समुदाय ने अपने देश व धर्म की रक्षा के लिए जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया जिसे भुलाया नहीं जा सकता।

 

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