वोट की चोट से झूठ व जुम्लेबाजों को सबक सिखाएगी जनता: राकेश तंवर
पृथला में अंबेडकर जयंति पर असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश तंवर ने लोगों से किया आह्वान
देशपाल सौरोत की रिपोर्ट
पलवल, 14 अप्रैल: असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष एवं बेवाक वक्ता राकेश तंवर ने भाजपा के खिलाफ एकजुट हो संघर्ष का बिगुल फूंकते हुए वोट की चोट से घमंड और तानाशाही रवैये को समाप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राजनीति में वोट की चोट ही सबसे बडा हथियार है और अब इसी हथियार से जनता झूठ व जुम्लेबाजों का सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि धमकी, प्रतिशोध, और उत्पीडन की राजनीति से निजात पाने के लिए हमें बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का बताया मूलमंत्र ‘शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो का नारा ही अपने अधिकार दिला सकता है, क्योंकि आज लोकतंत्र को दबाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्र्टी ही सही मायनों में बाबा साहब के बताए मार्ग पर चल रही है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश तंवर शुक्रवार को बघौला में आयोजित समारोह को बतौर मुख्यअतिथ संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की शुरूआत उन्होंने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करके की। इस मौके पर उपस्थित लोगों द्वारा उनका पगडी बांधकर गर्मजोशी के साथ जोरदार स्वागत किया गया।
राहुल गांधी से संसद की सदस्यता और उनके घर को छीन सकते हैं लेकिन देश में लोगों के दिलों से कैसे निकालेंगे भाजपाई: राकेश तंवर
राकेश तंवर ने कहा कि भाजपा सरकार राहुल गांधी से डर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपाई राहुल गांधी से संसद की सदस्यता और उनके घर को छीन सकते हैं लेकिन देश में लोगों के दिलों से कैसे निकालेंगे। उन्होंने भाजपा शासनकाल को पूर्णरूप से फेल बताते हुए कहा कि आमजन से लेकर कर्मचारी तक हर वर्ग अपने-आपको ठगा सा महशूस कर रहा है। सभी महकमों में रिश्वतखोरी चरम पर है। कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। देश-प्रदेश में बढ़ती महंगाई, उच्चतम बेरोजगारी और कुशासन की विफलताओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अब पूरी तरह से संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है जिसके तहत हर स्तर पर भाजपा सरकार की नाकामियों को जनता के समक्ष उजागर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही सही मायनों में हर वर्ग की हितैषी पार्टी है। अब वह दिन दूर नहीं जब प्रदेश में कांग्रस पार्टी की सरकार होगी।
आजादी के बाद पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य भी बाबा साहेब ने: राकेश तंवर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राकेश तंवर पृथला ने कहा कि देश की आजादी के बाद पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य भी बाबा साहेब ने किया। संविधान में गरीब तबके, दलित और पिछड़े वर्गों को आगे लाने का कार्य किया, ताकि सभी का भला हो और आपसी भाईचारा व अमन कायम रहे। लेकिन आज इसके विपरीत जाति-धर्म की राजनीति कर लोगों को बांटने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने किसान-कमेरे कमेरे वर्ग से आह्वान किया है कि आज अपने-पराए को पहचानने का सही समय आ गया है। क्योंकि झूठ व जुम्लों में फंसाकर सत्ता हासलि करने वाले लोग फिर से हमारे बीच आकर गुमराह करने का कार्य करेंगे। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।
अम्बेडकर जी इन्सानियत की सोच समंदर: राकेश तंवर
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश तंवर के कहा कि बाबा साहेब जैसे व्यक्तित्व कभी गुजरते नहीं, वो हमेशा एक ही स्थान पर हर रोज ऊँचे होते हैं, जैसे समंदर बिना अपनी जगह बदले एक ही जगह हमेशा मिलता है, यदि बाबा साहेब को समझना हो बस समंदर को अपने मन में रखो, बाबा साहेब समझ आ जाएंगे। अम्बेडकर जी इन्सानियत की सोच एक ऐसा समंदर हैं, जिसमे आप प्रेम देखो, तो वो अथाह भरा हुआ है, जिसमे ज्ञान देखो तो उसकी कोई सीमा नहीं, कोई किनारा नहीं, जिसमे सीख के मोती देखो तो अनगिनत मिलती रहेगी…लेकिन ये याद रखना कि समंदर कभी चल कर हमारे पास नहीं आता, हमें चलकर समंदर के पास जाना होता है। आज इस पवित्र दिन में आइये हम सब मिलकर संकल्प लें कि हम अपने आस पास हर मोहल्ले हर गांव में एक नि:शुल्क लायब्रेरी जरुर बनाएंगे, यदि हम किताबों की सेवा कर पाए, किताबों को पढने की उर्जा निर्मित कर पाए तो हम सही मायनों में बाबा साहेब के वारिस कहलाएँगे। राकेश तंवर के उद्बोधन पर बघौला वासियों ने भी सहमति जताते हुए कहा कि बाबा साहेब के जीवन से मुख्य प्रेरणाएं संकलित कर युवाओं को देने का कार्य एक सराहनीय कदम है, जब युवा पीढी डिजिटल स्क्रीन की आदि हो रही है उस समय किताबों की तरफ लौटाने के लिए बाबा साहेब का जीवन चरित्र सर्वोत्तम नजीर है।
ये भी रहे मुख्यरूप से मौजूद
इस अवसर पर कपिल चंदेला, चंद्र मास्टर, शेखर चौहान, विनोद मेंबर, टेकराम ठेकेदार, श्याम पंडित, शेरसिंह, उदय खतौली,मांगेराम बेनीवाल, धर्मपाल चौहान, लीलू वशिष्ठ, सोमदत्त, रामप्रसाद, दिलीप कुमार भावुक आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।